गम भरी शायरी | 2025 |

गम भरी शायरी | 2025 | - दोस्तों हम जो आपके लिए पोस्ट लाए ये टूटे हुए है दिल की गम भरी शायरी है। यह जो शायरी है यह इंसान के मन की पीड़ा को व्यक्त करती है। अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगे तो आप comment जरूर बताए ताकि हम आपके लिए ओर content लाने के लिए motivate होते रहे ॥

गम भरी शायरी | 2025 |

तुम रख ना सकोगे मेरा तोहफा संभालकर, वरना में अभी दे दूं जिस्म से रूह निकाल कर।।

एक रोज इस शहर से अब चले ही जाना है, उसकी यादों का क्या उन्हें तो रोज आना है।।

गम भरी शायरी | 2025 |

कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है, एक दीवाने का जंजीर से क्या रिश्ता है।।

किसी ने तेरी बहुत खूबियां बताई हमे, और उसके साथ बताया तू बेवफा भी है।।

गम भरी शायरी | 2025 | -

गम भरी शायरी | 2025 |

बे–दिली क्या यूंही दिन गुजर जाएगे, सिर्फ जिंदा रहे हम तो मर जाएंगे।।

आंधियों का इतनी मर्तबा आना इत्तफाक तो नहीं, शायद मेरी कश्ती इम्तिहान के काबिल रही होगी।।

गम भरी शायरी | 2025 |

इश्क खुदखुशी का धंधा है, अपनी ही लाश अपना ही कंधा है।।

एक वक्त के बाद नजर जरूर धुंधली हो जाती है, लेकिन नज़रिया एकदम साफ हो जाता है।।

गम भरी शायरी | 2025 | -

गम भरी शायरी | 2025 |

सब्र आ जाने पर पसंदीदा शख्स भी, दो टके का लगने लगता है।।

किरदार बह गया पानी में, हम तैरते रहे कहानी में।।

दोस्तों हमे उम्मीद है की आपको हमारी गम भरी शायरी | 2025 | वाली पोस्ट पसंद आई होगी । ओर हा दोस्तों एक ओर बात हमारी website आपको हमेशा quality content or unique content ही मिलेगा इसलिए आप हमारी website galibkishayari.in  से जुड़ सकते है ओर notification bell  on  करना ना भूले notifocation bell ऑन करने से हमारी पोस्ट सबसे पहले आप तक पहुचेगी ॥    

2 thoughts on “गम भरी शायरी | 2025 |”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top