galib 2 line poetry hindi - जो हम आपके लिए लाए है ये काफी गहराइयों मे लिखी गई है। अगर आप एक - एक लाइन गोर से पड़ कर समझेंगे तो आपको जरूर समझ आएगी ओर हमे उम्मीद है की हम जो galib 2 line poetry hindi आपके लिए लाए है आपको जरूर पसंद भी आएगी॥
समंदर में जाकर फरेब ना करना गालिब! तू कहे तो किनारे पे उतर जाऊ में।।
मेरी सांसों में समय भी बहुत लगता है, और वही शख्स पराया भी बहुत लगता है। और उससे मिलने की तमन्ना भी बहुत है, लेकिन आने-जाने में किराया भी बहुत लगता है।।
ए-चांद मत पूछ मुझसे मेरे जागने की वजह, कोई तेरा ही हमशक्ल है जो सोने नहीं देता।।
बचा के रखी थी कुछ रोशनी जमाने से, हवा चराग उड़ा ले गई सिरहाने से।।
कागज पर बिखरे सारे लफ्ज़ नम निकले, निचोड़ के जो देखा तो हर लफ्ज़ से गम निकले।।
तेरे पास से जो गुजरे तो जुनून में थे फराज, दूर जाके देखा तो जर - जर रोये।।
दोस्तों , आपको हमारी galib 2 line poetry hindi केसी लगी comment मे जरूर बताए , ओर अगर हमारी पोस्ट पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर share करे। ओर भी एसी पोस्ट पड़ने के लिए आप हमारी वेबसाईट galibkishayari.in से जुड़ सकते हो ॥